Thursday, August 25, 2022

ऑपरेशन "क्लीन स्वीप" - ड्रग तस्करों के खिलाफ कार्रवाई

थाना सुल्तान पुरी के अलर्ट स्टाफ ने एक ड्रग तस्कर को पकड़ा 45 निषिद्ध नशे के इंजेक्शन और 45 सुईयां बरामद ऑपरेशन क्लीन स्वीप के तहत कार्य करते हुए, थाना सुल्तान पुरी के सतर्क स्टाफ ने 01 ड्रग तस्कर जिसका नाम बाद पूछताछ कृष्ण @ बाबू पुत्र जागीर दास निवासी वर्तमान पता: ई -6/208, सुल्तान पुरी, दिल्ली और स्थायी पता: 388 / 34, टी-हट्स, सीडी पार्क जहांगीर पुरी, दिल्ली, उम्र 34 वर्ष को गिरफ्तार किया है जिससे 45 निषिद्ध फेनिरामाइन इंजेक्शन और ब्यूप्रेनोर्फिन इंजेक्शन व 45 सुइयां बरामद की गई है। घटना का संक्षिप्त विवरण दिनांक 19.08.2022 को थाना सुल्तान पूरी में तैनात HC हरपाल ई-ब्लॉक, सुल्तान पुरी में इलाका गश्त पर थे जो रात करीब 8:10 बजे उन्होंने एक संदिग्ध व्यक्ति को पीले रंग की पॉलीथिन ले जाते देखा, जो काफी संदेहास्पद दिख रहा था। उसे सत्यापित करने के लिए जैसे ही HC हरपाल उसकी ओर बढे वह अचानक भागने लगा जिससे शोर मच गया, HC हरपाल ने कुछ मीटर तक पीछा करने के बाद उसे पकड़ लिया व उसकी व्यक्तिगत तलाशी ली। तलाशी लेने पर उसके पास पीले रंग की पॉलीथिन मिली जिसकी जांच करने पर उसमे कुल 22 फेनिरामाइन इंजेक्शन, 22 ब्यूप्रेनोर्फिन इंजेक्शन और 44 सुईयां बरामद की गई। उक्त व्यक्ति की पहचान सूरज सिंह पुत्र बलवीर सिंह निवासी ई-6, झुग्गी नंबर 208, सुल्तानपुरी, दिल्ली के रूप में हुई। तद्नुसार, थाना सुल्तान पुरी में एफआईआर संख्या 725/22, दिनांक 19.09.2022, U/s 22(C) एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया व आरोपी व्यक्ति को गिरफ्तार कर जांच शुरू कर दी गई। पूछताछ के दौरान गिरफ्तार आरोपी सूरज ने खुलासा किया कि सभी प्रतिबंधित इंजेक्शन दिल्ली के सुल्तान पुरी निवासी बाबू नाम के व्यक्ति द्वारा दिए गए थे। श्री समीर शर्मा, डीसीपी/ओडी ने ऑपरेशन "क्लीन स्वीप" के तहत अधिक सतकर्ता से कार्य करते हुए ड्रग तस्कर बाबू को जल्द से जल्द पकड़ने के निर्देश दिए। एसएचओ/सुल्तान पुरी के नेतृत्व में अलर्ट टीम का गठन किया व जानकारी विकसित करने के लिए गुप्तचरों को तैनात किया गया, जिन्होंने दिन-रात काम किया और ड्रग तस्कर के बारे में जानकारी विकसित की। तकनीकी निगरानी और गुप्त सूचना के आधार पर आरोपी का विवरण प्राप्त किया गया और उसकी पहचान कृष्ण उर्फ बाबू पुत्र जागीर दास निवासी वर्तमान पता : ई-6/208, सुल्तान पुरी, दिल्ली और स्थायी पता: 388/34, टी-हट्स, सीडी पार्क जहांगीर पुरी, दिल्ली, उम्र 34 वर्ष में की गई। दिनांक 24.08.22 को कॉल डिटेल और लोकेशन के आधार पर उक्त ड्रग तस्कर कृष्ण उर्फ बाबू को जहांगीर पुरी क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया और उसके कब्जे से 45 प्रतिबंधित फेनिरामाइन इंजेक्शन और ब्यूप्रेनोर्फिन इंजेक्शन (एनडीपीएस एक्ट के तहत शामिल) 45 सुई बरामद की गईं।

Wednesday, August 24, 2022

नकली मालिक, नकली आधार कार्ड, नकली खाता खोला, किसी का मकान बेच गए

कोर्ट के आदेश पर एफआईआर, आरोपियों को पकड़ नही रही है द्वारका पुलिस नई दिल्ली। द्वारका इलाके में जालसाजी करके प्रोपर्टी बेचने का एक गंभीर मामला सामने आया है, जिसमें जालसाजों के एक गिरोह ने एक मकान को नकली कागजों, पहचान पत्रों और नकली खाते से पैसे लेकर बेच दिया। यहां तक कि रजिस्ट्रार ओफिस ने उसकी रजिस्ट्री तक कर दी, लेकिन पोल तब खुली जब खरीददार ने सरकारी वेबसाइट से चेक किया तो पता चला कि, ये मकान तो किसी और का है, और उसने पहले से ही बेचा हुआ है। शिकायतकर्ता आजाद भूषण जैन, सौरभ जैन, अशोक जैन आदि ने कोर्ट मे दी अपनी शिकायत में कहा है कि विनोद गुप्ता और अंकित जैन नाम के दो लोगो ने उनको बार बार कहा कि एक द्वारका सेक्टर 23 की प्रोपर्टी जिसकी कीमत करीब 5.50 करोड़ है, लेकिन वो चार करोड़ तक मिल जाएगी। काफी दिन विचार करने के बाद जब वो प्रोपर्टी देखने गए तो वहां मकान के मालिक कह कर कुछ महिलाओ और केयरटेकर वगैरा को मिलवाया, पूरा मकान दिखाया और सौदा शुरु हो गया। बयाना टोकन आदि की राशि करीब 50 लाख देकर सेल टू एग्रीमेंट बनाया गया और रजिस्ट्री की तारीख तय कर दी गई। तय तारीख को बाकि के पोस्ट डेटेड चेक देकर रजिस्ट्री के लिए कापसहेडा स्थित रजिस्ट्रार ओफिस गए, वहां बाकायदा फोटो खिंच कर रजिस्ट्री होने की स्लिप भी दे दी गई। तभी लोकड़ाउन लग गया। इस बीच खरीददार शिकायत कर्ता जैन परिवार ने सरकारी वेबसाईट को देखा तो पता चला कि ये प्रोपर्टी को किसी और को बिकी हुई है। उन्होने बिचौलिए विनोद गुप्ता और अंकित जैन को पूछा तो पहले तो वो टालमटोल करते रहे और जब मामला पुलिस के पास गया तो उन्होने फोन बंद कर दिए और गायब हो गए। पुलिस ने भी शिकायत कर्ताओ को कभी गुडगांव कभी मानेसर थाने में जाने को कहा और एफआईआर दर्ज नही की तो उन्होने द्वारका कोर्ट में शिकायत की, वहां से पुलिस को आदेश जारी किया कि एफआईआर दर्ज करें और आरोपियों को पकडा जाए। पुलिस में दलालों के अलावा बेचने वाली नकली महिलाओं के के नाम फोटो आदि सब दिए गए है, लेकिन अब तक पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की है। जैन परिवार ने पुलिस कमिश्नर व डीसीपी द्वारका से मांग की है कि आरोपियों को गिरफ्तार कर कानूनी कार्यवाह की जाए।