Sunday, January 31, 2021

एनयूजेआई के अध्यक्ष और वरिष्ठ पत्रकार रास बिहारी ने प्रधानमंत्री को भेंट की अपनी तीन पुस्तकें कोलकाता प्रवास के दौरान विक्टोरिया हॉल में हुई थी विशेष मुलाक़ात

 बंगाल के सियासी इतिहास पर रास बिहारी की पुस्तकें पठनीय और प्रशंसनीय: मोदी


एनयूजेआई के अध्यक्ष और वरिष्ठ पत्रकार रास बिहारी ने प्रधानमंत्री को भेंट की अपनी तीन पुस्तकें

कोलकाता प्रवास के दौरान विक्टोरिया हॉल में हुई थी विशेष मुलाक़ात

प्रधानमंत्री द्वारा मेरे प्रयासों की सराहना मेरे लिए बहुत मायने रखती है: रास बिहारी 


नई दिल्ली, 30 जनवरी 2021:- प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने वरिष्ठ पत्रकार श्री रास बिहारी द्वारा बंगाल की राजनीति पर लिखी तीन पुस्तकों की सराहना करते हुए कहा है कि दशकों के सियासी इतिहास को निष्पक्षता और सही तथ्यों के साथ रेखांकित करते हुए प्रस्तुत करना महत्ती श्रम का कार्य है, जिससे रास बिहारी ने बखूबी साकार किया है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने यह बातें गत 23 जनवरी को नेताजी सुभाषचंद्र बोस की 125वीं जयंती पर कोलकाता प्रवास के दौरान विक्टोरिया हॉल में पुस्तकों के लेखक रास बिहारी से मुलाक़ात के दौरान कही। यह जानकारी देते हुए श्री रास बिहारी ने बताया कि इस विशेष मुलाक़ात के दौरान उन्होंने अपनी तीनों पुस्तकें प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को भेंट कीं।
इस दौरान पीएम ने कहा कि उन्हें अपने लेखन कार्य को आगे जारी रखना चाहिए। रास बिहारी ने बताया कि प्रधानमंत्री द्वारा मेरे प्रयासों की सराहना मेरे लिए बहुत मायने रखती है। पश्चिम बंगाल की राजनीति पर रास बिहारी के अब तक तीन पुस्तकें बाजार में आ चुकी हैं। तीनों पुस्तकों "रक्तांचल- बंगाल की रक्तचरित्र राजनीति", "रक्तरंजित बंगाल- लोकसभा चुनाव 2019 "तथा "बंगाल- वोटों का खूनी लूटतंत्र" को यश पब्लिकेशन ने प्रकाशित किया है। वरिष्ठ पत्रकार श्री रासबिहारी लम्बे समय तक दिल्ली पत्रकार संघ के अध्यक्ष और महासचिव रहे। वर्तमान समय में वे नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (इंडिया) के अध्यक्ष हैं। 

तीनों पुस्तकों की संक्षिप्त जानकारी इस प्रकार है :-

"रक्तांचल- बंगाल की रक्तचरित्र राजनीति"
तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी के 2011 में मुख्यमंत्री बनने के बाद पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा बंद होने की संभावना जताई गई थी। ममता बनर्जी के राज में हर चुनाव में विरोधी दलों की राजनीतिक हिंसा की आशंका सच साबित हुईं हैं। पुस्तक में 2014 के लोकसभा और 2016 के विधानसभा चुनाव के साथ उपचुनावों में हिंसा व धांधली की घटनाओं का विस्तार से उल्लेख किया गया है। पुस्तक बताती है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता कटमनी, सिंडीकेट को लेकर संघर्ष, ठेके कब्जाने के लिए खूनखराबा, रंगदारी वसूलने और अवैध धंधों पर कब्जा करने के लिए किस तरह एक-दूसरे को काटते रहे और बमों से उड़ाते रहे।

"रक्तरंजित बंगाल- लोकसभा चुनाव 2019"
पुस्तक में 2019 के लोकसभा चुनाव में मतदान से पहले, मतदान के दौरान और मतदान के बाद राजनीतिक हिंसा का विस्तार से वर्णन किया गया है। 2019 में राजनीतिक हिंसा में मारे गए लोगों और घायलों के उदाहरण रक्तरंजित बंगाल के प्रमाण दे रहे हैं। राजनीतिक वर्चस्व की लड़ाई में आतंक फैलाने के लिए कैसे जगह-जगह घरों को फूंका गया। राजनीतिक संघर्ष को लेकर हुई बमबाजी और गोलीबारी से शहर और गांवों के लोग कैसे पूरे साल दहलते रहे।

"बंगाल- वोटों का खूनी लूटतंत्र"
पश्चिम बंगाल में नक्सलवाद पनपने के बाद पिछले 50 वर्षों की राजनीतिक हिंसा से पूरी तरह परिचित कराती पहली पुस्तक। 1967 में किसानों के आंदोलन, उद्योगों में बंद और हड़ताल, विश्वविद्यालयों, कॉलेजों और स्कूलों में बमों के धमाके तथा रिवाल्वरों से निकलती गोलियों के साथ अराजकता भरे आंदोलनों की जानकारी। 1972 में कांग्रेस के मुख्यमंत्री सिद्धार्थ शंकर राय के दमनचक्र के बाद 1977 में वाम मोर्चे की सरकार के गठन के बाद राजनीतिक हिंसा का विस्तृत विवरण है।

दिल्ली सरकार शिक्षा के नाम पर सिर्फ ढोंग कर रही है-आदेश गुप्ता

 नगर निगम यमुना खादर में पोटा केबिन बनाकर करवाएगा विद्यालय का निर्माण


दिल्ली सरकार शिक्षा के नाम पर सिर्फ ढोंग कर रही है-आदेश गुप्ता

नई दिल्ली, 30 जनवरी। दिल्ली नगर निगम यमुना खादर में पोटा केबिन बनाकर विद्यालय का निर्माण करवाएगा जिससे उसमें 2,000 से अधिक बच्चों को शिक्षा दी जा सकेगी। ये बातें प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कान्ति नगर में एक प्राथमिक विद्यालय के उद्घाटन अवसर पर कही। इस समारोह की अध्यक्षता निगम पार्षद कंचन महेश्वरी ने की। विद्यालय के उद्घाटन मौके पर पूर्वी दिल्ली नगर निगम के महापौर निर्मल जैन, मीडिया प्रमुख नवीन कुमार, नेता सदन प्रवेश शर्मा, निगम पार्षद श्यामसुंदर अग्रवाल, प्रदेश प्रवक्ता आदित्य झा, विधायक अनिल वाजपेयी, निगम शिक्षा समिति के अध्यक्ष रोमेश गुप्ता, शाहदरा जिला अध्यक्ष राम किशोर शर्मा, मंडल अध्यक्ष मनोज कुमार, शाहदरा जिला महिला मोर्चा अध्यक्षा दीपिका जैन, राजन वर्मा, कृष्ण भारद्वाज, कुसुम गुप्ता, संजय जैन सहित प्रदेश, जिला एवं मंडल के पदाधिकारी मौजूद थे।





आदेश गुप्ता ने कहा कि पूर्वी दिल्ली निगम द्वारा इस मुश्किल की घड़ी में भी लगातार शिक्षा के उत्थान के लिए काम करना और लगातार मेहनत का ही नतीजा है कि आज एक अच्छे स्कूल का भवन बनकर तैयार हुआ है। कोरोना काल के अंदर भी जनहित में और जरुरत मंदों के लिए पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने कई काम किए। कोरोना वरियर्स के रुप में पूर्वी दिल्ली के अध्यापकों ने लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन शिक्षा पर जोर दिया और पूर्वी दिल्ली के 357 निगम विद्यालयों में लगभग पौने दो लाख बच्चों को इसका लाभ हुआ। इसी का परिणाम है कि कोरोना संकट के दौरान भी पूर्वी दिल्ली नगर निगम के विद्यालयों में 38,000 नए एडमिशन हुए हैं, जिसके लिए पूर्वी दिल्ली के शिक्षकों को धन्यवाद देता हूं। 

आदेश गुप्ता ने दिल्ली सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि केजरीवाल सरकार द्वारा निगम के फंड में कटौती करने के बावजूद यह भव्य नई बिल्डिंग बनकर तैयार हुई है। शिक्षा मॉडल की बड़ी-बड़ी बातें करने वाले शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया को एक बार पूर्वी नगर निगम के इस भवन को देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि केजरीवाल को दिल्ली की कोई चिंता नहीं है क्योंकि अगर उन्हें चिंता होती तो बड़ी संख्या में मजदूर पलायन नहीं करते, शिक्षा मॉडल के नाम पर झूठे प्रचार नहीं करवाए जाते, यमुना खादर में विद्यालय बनवाने का काम करते और नगर निगम का 13,000 करोड़ रुपये वापस करते ताकि निगमकर्मियों को समय पर वेतन मिल पाता। केजरीवाल को सिर्फ क्रेडिट लेने का शौक है और वे खुद का राजनीतिक विस्तार दिल्ली के टैक्स पेयर्स के पैसों से कर रहे हैं।

इस अवसर पर पूर्वी दिल्ली महापौर निर्मल जैन ने कहा कि दिल्ली सरकार ने जितना पैसा निगम को देने के नाम पर प्रचार में लगाया है उतना भी पैसा पूर्वी दिल्ली नगर निगम को नहीं दिया है। पूर्वी दिल्ली नगर निगम के कर्मचारियों का वेतन 2196 करोड़ रुपये सलाना है, लेकिन केजरीवाल सरकार ने पिछले वर्ष सिर्फ 144 करोड़ रुपये ही दिए हैं। केजरीवाल निगम को पंगु बनाने का काम कर रहे हैं। 

निगम पार्षद कंचन महेश्वरी ने कहा कि इस स्कूल के जीर्णोद्धार में एक करोड़ 75 लाख की लागत से 12 कमरे, 6 स्टोर रूम व टॉयलेट ब्लॉक का निर्माण किया गया है। दिल्ली सरकार सिर्फ विज्ञापन पर ध्यान देती है। केजरीवाल सरकार फण्ड के लिए निगम को परेशान करती है और झूठे आरोप लगाती है।

। भाजपा द्वारा आज किसानों को देशद्रोही करार देने के लिए तमाम हथकंडे अपनाए जा रहे हैं।

 




हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा कि भाजपा सरकार बेशर्मी की सभी हदों को पार कर रही है। किसानों की आवाज दबाने के लिए लगातार शर्मनाक करतूत भाजपा सरकार द्वारा की जा रही हैं। भाजपा द्वारा आज किसानों को देशद्रोही करार देने के लिए तमाम हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। भाजपा की यह कैसी देशभक्ति है। भाजपा यह याद रखे कि इन किसानों के परिवारों ने ही देश के लिए अपना बलिदान दिया है। देश की रक्षा के लिए सीमाओं पर इन किसानों के परिवार के सदस्य ही हैं। कांग्रेस पार्टी द्वारा किसानों के समर्थन में तीन फरवरी से पांच फरवरी तक हरियाणा प्रदेश के प्रत्येक ब्लॉक में शांति मार्च का आयोजन किया जाएगा। जो भाजपा द्वारा अंग्रेजी हुकूमत की तर्ज पर फूट डालो और राज करो की नीति किसान आंदोलन में अपनाई जा रही है, उसे देखते हुए आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के बलिदान दिवस पर हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने यह निर्णय लिया है कि शांति, आपसी भाईचारा व सौहार्द कायम रखने के लिए हरियाणा प्रदेश में यह शांति मार्च निकाले जाएंगे।


यह बातें हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने चंडीगढ़ स्थित हरियाणा कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहीं। इससे पहले कुमारी सैलजा ने  हरियाणा कांग्रेस मुख्यालय में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के बलिदान दिवस पर उन्हें श्रद्धा सुमन भी अर्पित किए।


कुमारी सैलजा ने कहा कि कृषि विरोधी काले कानूनों के खिलाफ जब से यह आंदोलन शुरू हुआ है। उसी दिन से भाजपा द्वारा षड्यंत्र रचकर इस आंदोलन को बदनाम करने के कुत्सित प्रयास किए जा रहे हैं। पिछले 70 दिनों से हमारे किसान भाई दिल्ली की सीमाओं पर शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे हैं। कहीं भी हिंसा की कोई वारदात नहीं हुई। भाजपा के लोग धरना स्थल पर शांतिपूर्वक आंदोलन कर रहे हमारे किसान भाइयों पर हमला कर रहे हैं। पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है। भाजपा के इशारे पर ही पुलिस प्रशासन द्वारा आंदोलनरत किसानों को धमकाया और डराया जा रहा है। किसानों पर झूठे मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। गणतंत्र दिवस के अवसर पर लाल किले पर जो शर्मनाक करतूत हुई, उसमें भी भाजपा से जुड़े लोगों की संलिप्तता सामने आ रही है। जिस दीप सिद्धू नामक व्यक्ति ने वहां पर झंडा फहराने की जिम्मेदारी ली है। उसकी प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के साथ तस्वीरें सामने आई हैं। लाल किले पर शर्मनाक करतूत करने वाले दीप सिद्धू ने सभी के सामने यह कबूल किया है कि इस कृत्य में वह शामिल है। लेकिन यह बेहद ही हैरान करने वाला है कि अभी तक उस व्यक्ति की गिरफ्तारी नहीं हुई है। यह व्यक्ति खुलेआम घूम रहा है। दूसरी तरफ निर्दोष किसान नेताओं पर झूठे मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। जिस लाल किले पर परिंदा भी पर नहीं मार सकता उस जगह पर आखिर कैसे इन अराजक तत्वों को घुसने दिया गया। यह बड़ा सवाल है। दिल्ली हिंसा और लाल किले पर जो शर्मनाक करतूत की गई है, उसकी जांच निष्पक्ष तरीके से कराई जाए।


कुमारी सैलजा ने कहा कि पिछले चार महीने में किसान आंदोलन में 180 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। किसानों की जो जानें गई हैं, उसके लिए भाजपा सरकार सीधे तौर पर जिम्मेदार है।केंद्र सरकार के इशारे पर हरियाणा की भाजपा-जजपा सरकार भी किसानों की आवाज को कुचलने के लिए हर कदम उठा रही है। हरियाणा प्रदेश में इंटरनेट बंद करना इसी का एक और जीता जागता सबूत है। यह अभिव्यक्ति की आजादी पर एक और सुनियोजित हमला है। भाजपा सरकार चाहे कितनी भी साजिशें रच ले, किसानों की आवाज को नहीं दबा सकती है।


इस दौरान पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन बिश्नोई, पूर्व मंत्री सुभाष बत्रा, पूर्व मंत्री कृष्णमूर्ति हुड्डा, पूर्व सीपीएस रामकिशन गुर्जर, हरियाणा कांग्रेस महासचिव डॉ अजय चौधरी, हरियाणा महिला कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सुधा भारद्वाज, हरियाणा कांग्रेस मीडिया कोऑर्डिनेटर निलय सैनी, हरियाणा कांग्रेस कोषाध्यक्ष रोहित जैन समेत अन्य कांग्रेस नेता मौजूद रहे।


उत्तरी दिल्ली नगर निगम के सफ़ाई कर्मचारियों में आज हड़ताल ख़त्म कर दी है और कल से सभी कर्मचारी अपने कार्य पर लौटेंगे।

 उत्तरी दिल्ली नगर निगम के सफ़ाई कर्मचारियों ने ख़त्म की हड़तालकल से लौटेंगे काम पर- महापौर श्री जय प्रकाश

 

उत्तरी दिल्ली के महापौर श्री जयप्रकाश ने आज प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए बताया है कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम के सफ़ाई कर्मचारियों में आज हड़ताल ख़त्म कर दी है और कल से सभी कर्मचारी अपने कार्य पर लौटेंगे। 

 



प्रेस वार्ता के दौरान स्थायी समिति के अध्यक्ष श्री छैल बिहारी गोस्वामीभाजपा दिल्ली प्रदेश के उपाध्यक्ष श्री राजीव बब्बरसफ़ाई कर्मचारियों की यूनियन के पदाधिकारी व अन्य कर्मचारियों की यूनियन के पदाधिकारी उपस्थित थे।

 

महापौर श्री जयप्रकाश ने बताया है कि सफ़ाई कर्मचारियों की मुख्य मांगे एफआर 17 के नियमकच्चे कर्मचारियों को पक्का करनालेफ्ट आउट मामलों का जल्द निपटान व करुणामूलक आधार पर नौकरी से संबंधित थी जिन पर लिखित आश्वासन के बाद सफ़ाई कर्मचारियों की यूनियन ने अपनी हड़ताल वापस ले ली है उन्होंने बताया कि सफ़ाई कर्मचारियों से संबंधित सभी मुद्दों का निपटान तय समय सीमा में किया जाएगा।

 

महापौर श्री जयप्रकाश में बताया है कि कल से सभी सफ़ाई कर्मचारी अपने अपने क्षेत्रों में कार्य करेंगे और क्षेत्रों में कूड़ा उठाना शुरू हो जाएगा।

 

Saturday, January 30, 2021

मामला चैनल द्वारा सिखों के खिलाफ चलाई जा रही फर्जी खबरों का

 जीके ने आजतक चैनल के खिलाफ डाली जनहित याचिका

मामला चैनल द्वारा सिखों के खिलाफ चलाई जा रही फर्जी खबरों का

नई दिल्ली, 29 जनवरी 2021ः लाल किले पर 26 जनवरी को हुई घटना के बाद मीडिया के एक हिस्से द्वारा किसान आंदोलन को निशान साहिब के चलते धार्मिक रंगत देने के मामले के बाद जागो पार्टी चौकन्नी हो गई है। जागो पार्टी द्वारा लगातार मीडिया रिपोर्टो की समीक्षा करने के दौरान हिन्दी के बड़े खबरी चैनल आजतक के द्वारा बिना तथ्यों के सिखों के खिलाफ किए जा रहे प्रचार का खुलासा हुआ था। जिसे लेकर आज जागो पार्टी के अन्तर्राष्ट्रीय अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके एवं राज्यसभा सदस्य सुखदेव सिंह ढींडसा द्वारा दिल्ली हाईकोर्ट में जनहित याचिका दाखिल की गई। जिस पर सुनवाई करते हुए चीफ जस्टिस डी.एन. पटेल ने मामले की अगली सुनवाई 1 फरवरी को करने का ऐलान किया। जागो पार्टी द्वारा दाखिल की गई याचिका में पार्टी ने आजतक द्वारा 26 जनवरी की परेड में शामिल राम मंदिर की झांकी के गुंबद और केदारनाथ मंदिर की मूर्ति को एक खास समुदाय के लोगों द्वारा तोडने की चलाई गई खबर पर सवाल उठाए हैं। 


इस बारे जानकारी देते हुए जीके ने बताया कि आजतक जिम्मेदार मीडिया एजेंसी की भूमिका निभाने की बजाए एकतरफा जहरीला प्रचार एक समुदाय के खिलाफ चला रहा है। साथ ही आजतक प्रसारण के आर्दश सिद्धांतों का उल्लंघन कर रहा है। जिसे न्यूज ब्राडकास्टर्स एसोसिएशन जरूरी बताता है। आजतक द्वारा सिखों के खिलाफ किये जा रहे प्रचार से सिखों की जिंदगी खतरे में पड़ सकती है और इसका सिख भाईचारे की रोजी रोटी पर भी असर पड़ सकता है। आजतक द्वारा चलाई गई खबर के कारण सिखों के खिलाफ दूसरे समुदाय को उकसाने, भड़काने की शंका पैदा हो गई है। जिससे दंगे आदि हो सकते हैं। यह सीधे तौर पर केबल टैलीविजन नेटवर्क रेगूलेशन एक्ट 1995 का उल्लंघन है। जीके ने कहा कि हमने कोर्ट को विनती की है कि खबरें चलाने के निर्धारित कानूनों की पालन ना करते हुए आजतक द्वारा की गई कोताही पर मीडिया घरानों को खबरें प्रसारण की आचार संहिता मानने की हिदायत दी जाये। आजतक के साथ जीके के द्वारा न्यूज ब्राडकास्टर एसोसिएशन, सचिव प्रैस काउन्सिल आफ इंडिया एवं केन्द्रीय सूचना प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार को पार्टी बनाया गया है।

दिल्ली में आराजकता फैलाने वालों के कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है केजरीवाल सरकार-आदेश गुप्ता

 दिल्ली में आराजकता फैलाने वालों के कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है केजरीवाल सरकार-आदेश गुप्ता


तिरंगे का अपमान करनेवालों का समर्थन करके केजरीवाल ने देश और दिल्ली का अपमान किया है-आदेश गुप्ता


नई दिल्ली, 29 जनवरी। सिंघु बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर पर आराजक तत्वों द्वारा दोबारा उत्पात मचाए जाने की निंदा करते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि आज एक बार फिर से दिल्ली के बॉर्डर पर उपद्रवियों ने दो थाना प्रभारी सहित कई पुलिसकर्मियों को गंभीर रुप से घायल कर दिया। इसी तरह से 26 जनवरी को भी आराजक तत्वों ने उत्पात मचाया था जिसमें 400 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए थे। कई पुलिसकर्मियों की हालत गंभीर बनी हुई है, लेकिन केजरीवाल अभी तक न तो घायल सुरक्षाकर्मियों को देखने गए और न ही इस घटना की निंदा की। यह 400 जवान भी किसी के बेटा-बेटी हैं और दिल्ली के निवासी हैं। अपने को दिल्ली का बेटा कहने वाले केजरीवाल आराजक तत्वों से मुकाबला करने वालों का सम्मान करने की जगह आराजकता फैलाने वालों का सम्मान करना ज्यादा बेहतर समझते हैं। यही कारण है कि जब उपद्रवियों को शांतिप्रिय तरीके से हटाने के लिए पुलिस पहुंची तो केजरीवाल का पूरा अमला उपद्रवियों के साथ खड़ा हो गया। 

आदेश गुप्ता ने कहा कि जब पुलिसबल की अपील पर किसान वापस अपने घर जाने लगे तो उपद्रवियों की मदद के लिए आम आदमी पार्टी और कांग्रेस उनके समर्थन में खड़ी हो गई। केजरीवाल सरकार के उपमुख्यमंत्री, मंत्री और नेता पूरी रात सीमा पर डटे उपद्रवियों के समर्थन में खड़े रहे और उन्हें सुविधा मुहैया कराने में लग गए। 

उन्होंने कहा कि दिल्ली में 26 जनवरी को जो कुछ भी हुआ वह देश ने देखा। जिस तरह से किसान आंदोलन का नाम देकर किसानों को धोखा और देश का अपमान किया गया, वह सभी जान चुके हैं। इन आराजक तत्वों ने 26 जनवरी को दिल्ली में हिंसक आंदोलन कर, लाल किले पर तिरंगे का अपमान कर संवैधानिक व्यवस्थाओं को तार-तार कर दिया। 

आदेश गुप्ता ने कहा कि जिस तरह से पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में आराजकता फैलाने का काम आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने किया है, वह पूरी तरह से बेनकाब हो चुका है। राष्ट्रीय झंडे का अपमान करने वालों के साथ केजरीवाल सरकार का खड़ा होना, सिर्फ दिल्ली का ही नहीं बल्कि पूरे देश का अपमान करना है। केजरीवाल के मंत्री रात के अंधेरे में चोरी से पानी पहुंचा रहे हैं और बिजली की कनेक्शन जोड़ रहे हैं और दिन में इनके उपद्रवी तलवार से सुरक्षाकर्मियों पर हमला कर रहे हैं। जो दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल का असली चेहरा और उनके इरादे को बखूबी बता रहा है।

आदेश गुप्ता ने कहा कि किसानों को मोहरा बनाकर जिस तरह से आराजकता फैलाने वालों का साथ देकर केजरीवाल दिल्ली की जनता को ही नहीं पूरे देश का अपमान कर रहे हैं। केजरीवाल का सिंघु बॉर्डर पर खुद जाकर फ्री वाईफाई उपलब्ध करवाना और पंजाब में जाकर उपद्रवियों के फाइनेन्सर से मिलना, इस बात का प्रमाण है कि आम आदमी पार्टी दिल्ली के अंदर आराजकता का माहौल पैदा करना चाहती थी। दिल्ली सरकार बता चुकी है कि उसकी मानसिकता ही आराजकवादी है और यह आम आदमी पार्टी नहीं बल्कि ‘अरविन्द आराजक पार्टी’ है।

Wednesday, January 27, 2021

स्टार आइकोन इंडिया अवार्डस शो में इंडियन कल्चर फैशन की चमक

 


नई दिल्ली। देश की प्रतिभाओं के सम्मान के लिए दिल्ली में आयोजित स्टार आईकोन इंडिया अवार्ड्स 2021 के आयोजन के साथ एक खास भारतीय परिधानों का पारंपरिक फैशन शो भी आयोजित किया गया। दिल्ली के बटरफ्लाई हॉल में आयोजित इस कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रो की करीब दो दर्जन प्रतिभाओं का सम्मान किया गया। कार्यक्रम का आयोजन वर्ल्ड ह्यूमन राइटस ओरगेनाइजेशन और आलंबन चेरीटेबल ट्रस्ट की तरफ से किया गया था। आयोजक योगराज शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम में मौजूद करीब दो दर्जन से ज्यादा सेलीब्रीटीन ने बालिका बचाओ सोशल कॉज के लिए रैंपवॉक भी की। योगराज शर्मा के साथ वर्ल्ड ह्यूमन राइटस ओरगेनाईजेशन के ही विजय कुमार टाईटलर ने ये अवार्डस दिए। इन अवार्डस से नवाजे गए लोगो में मिस्टर इंडिया और मिस्टर एशिया रहे सोनू जोन, पक्षी अस्पताल चलाने वाले अशोक जैन, अपोलो के डा. अशोक शर्मा, बालीवुड सिंगर अरुण धमीजा व अनुराधा, समाजसेवी साहिल मंचंदा, निशांत गुलाटी, ऐश्वर्या सिंह, खुशबू शर्मा आनंद चौधरी, नाज जोशी, वर्निका भार्गव, रुपाली चौधरी, वरिष्ठ अधिकारी व एक्टर पवन कुमार विज, पत्रकार विनोद शर्मा, रैपर हर्ष कुमार आदि प्रमुख थे। फैशन डिजाइनर हुमा नाज कुरैशी व अमित वर्मा के डिजाइनर ड्रेस पहन कर करीब 20 म़ॉडल्स ने वॉक की। कोरियोग्राफी सूरज कुमार ने और मेकअप टीम सुजाता मेकओवर की थी। एंकर अमृता कौर ने कार्यक्रम के सूत्रधार के रुप मे कार्य किया।

स्टार आइकोन इंडिया अवार्डस शो में इंडियन कल्चर फैशन की चमक

आज की दिल्ली, योगराज शर्मा।



नई दिल्ली। देश की प्रतिभाओं के सम्मान के लिए दिल्ली में आयोजित स्टार आईकोन इंडिया अवार्ड्स 2021 के आयोजन के साथ एक खास भारतीय परिधानों का पारंपरिक फैशन शो भी आयोजित किया गया। दिल्ली के बटरफ्लाई हॉल में आयोजित इस कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रो की करीब दो दर्जन प्रतिभाओं का सम्मान किया गया। कार्यक्रम का आयोजन वर्ल्ड ह्यूमन राइटस ओरगेनाइजेशन और आलंबन चेरीटेबल ट्रस्ट की तरफ से किया गया था। आयोजक योगराज शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम में मौजूद करीब दो दर्जन से ज्यादा सेलीब्रीटीन ने बालिका बचाओ सोशल कॉज के लिए रैंपवॉक भी की। योगराज शर्मा के साथ वर्ल्ड ह्यूमन राइटस ओरगेनाईजेशन के ही विजय कुमार टाईटलर ने ये अवार्डस दिए। इन अवार्डस से नवाजे गए लोगो में मिस्टर इंडिया और मिस्टर एशिया रहे सोनू जोन, पक्षी अस्पताल चलाने वाले अशोक जैन, अपोलो के डा. अशोक शर्मा, बालीवुड सिंगर अरुण धमीजा व अनुराधा, समाजसेवी साहिल मंचंदा, निशांत गुलाटी, ऐश्वर्या सिंह, खुशबू शर्मा आनंद चौधरी, नाज जोशी, वर्निका भार्गव, रुपाली चौधरी, वरिष्ठ अधिकारी व एक्टर पवन कुमार विज, पत्रकार विनोद शर्मा, रैपर हर्ष कुमार आदि प्रमुख थे। फैशन डिजाइनर हुमा नाज कुरैशी व अमित वर्मा के डिजाइनर ड्रेस पहन कर करीब 20 म़ॉडल्स ने वॉक की। कोरियोग्राफी सूरज कुमार ने और मेकअप टीम सुजाता मेकओवर की थी। एंकर अमृता कौर ने कार्यक्रम के सूत्रधार के रुप मे कार्य किया।


Tuesday, January 26, 2021

NORTH DELHI MUNICIPAL CORPORATION INAUGURATES WALL OF KINDNESS ON REPUBLIC DAY



On this Republic Day, North Delhi Municipal Corporation has taken a novel initiative and converted a dump yard into a Wall of Kindness at Main Pusa Roundabout. The Wall of Kindness is an effort to reduce and reuse the discarded items.

While inaugurating the Wall, Sh. Jai Prakash, Mayor NDMC said that there are a lot of people who want to discard their old belongings like clothes, books, shoes, toys etc. which can be used by the underprivileged. Wall of Kindness will allow them to donate such items that can be taken by anybody in need. The Wall of Kindness is situated at the Main Pusa roundabout.

Sh. Himanshu Gupta Deputy Commissioner Karol Bagh informed that there was a dump yard which was lying vacant for past many years near the pusa roundabout. The dump yard has been remodeled into the Wall of Kindness.  To make it attractive, Delhi Street Art Group was engaged which painted Gond Art on the Wall. The wall also has an interesting caption “ Dilli Dilwale Ki- Dil Se Daan Kare”. So let us not simply discard our old belongings as waste. Visit the area and donate such old belongings which can be useful for the under -privileged.

On the occasion Karol Bagh Ward Committee Chairman, Mr. Tejram Four, Councillors, Mr. Paramjeet Singh Rana, Mr. Ramesh Kumar, BJP senior leader, Mr. R.P. Singh and corporation officials were also present.  

Friday, January 22, 2021

विख्यात गायक नरेंद्र चंचल का निधन

आज की दिल्ली, योगराज शर्मा।

 


प्रसिद्ध पार्श्वगायक  !! माता वैष्णो देवी के अनन्य भक्त !! प्रसिद्ध भजन गायक कलाकार नरेंद्र चंचल जी का आज परलोक गमन हो गया !!  सादर श्रद्धांजलि  !!

केजरीवाल सरकार का अब तक का सबसे बड़ा घोटाला-आदेश गुप्ता

 केजरीवाल सरकार का अब तक का सबसे बड़ा घोटाला-आदेश गुप्ता






नई दिल्ली, 21 जनवरी। अरविन्द केजरीवाल ने अपने दो करीबी नेताओं के साथ मिलकर दिल्ली की जनता का 26,000 करोड़ रुपये डकार लिये है। अब तक के सबसे बड़े घोटाले का पर्दाफाश करते हुए दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता और नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने सिलसिलेवार दस्तावेज मीडिया को दिखाये। प्रदेश कार्यालय में प्रेसवार्ता के दौरान प्रदेश मीडिया प्रमुख नवीन कुमार, मीडिया रिलेशन विभाग के प्रभारी हरीश खुराना और मीडिया रिलेशन विभाग के प्रमुख प्रवीण शंकर कपूर मौजूद थे। 

आदेश गुप्ता ने कहा दिल्ली जल बोर्ड पिछले 6 सालों में अरविन्द केजरीवाल की करतूतों के कारण ‘दलाली जल बोर्ड’ बन गया है। मात्र पांच वर्षों में अरविन्द केजरीवाल ने दिल्ली जल बोर्ड को 41,000 करोड़ रुपये का लोन दिया था, जिसमें से 26,000 करोड़ रुपये का कोई हिसाब-किताब ही नहीं है। दिल्ली के टैक्स पेयर का 26000 करोड़ रुपये ह़ड़पने के बाद केजरीवाल सरकार डकार तक नहीं ले रही है। 

आदेश गुप्ता ने दिल्ली वित्त निगम और CAG रिपोर्ट दिखाते हुए आरोप लगाया है कि दिल्ली सरकार के खातों से पिछले पांच सालों में 26,000 करोड़ रुपये दिल्ली जल बोर्ड के खातों में स्थनांतरित किए गए, लेकिन उसका हिसाब केजरीवाल, सत्येन्द्र जैन या राघव चढ्ढ़ा देने को तैयार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार ने हर घर में नल से जल देने का वादा किया था, लेकिन अभी तक दिल्ली के एक-चौथाई भाग को पीने के पानी की पाइप लाइन के दर्शन तक नहीं हुए हैं।

आदेश गुप्ता ने कहा कि यही स्थिति सीवरेज प्लांट की भी है। दिल्ली की अनुमानित 18,00 अनाधिकृत कॉलोनियों में से सिर्फ 561 कॉलोनियों में सीवरेज प्लांट डाले गए हैं और उसकी भी स्थिति दयनीय है। ऐसा दिल्ली सरकार की खुद की रिपोर्ट में ही लिखा गया है। साल 2015 में जितना पानी पीने योग्य बनता था, आज 6 साल बाद भी स्थिति वैसी ही है, उसमें 5 प्रतिशत की भी वृद्धि नहीं हुई है। मतलब पिछले 6 सालों में दिल्ली की जनसंख्या तो बढ़ी है, लेकिन जल बोर्ड के काम करने का तरीका जस का तस रहा है। केजरीवाल ये दावा करते हैं कि दिल्लीवालों को यमुना में नहलाकर आचमन कराएंगे, लेकिन यमुना पहले से ज्यादा जहरीली हो गई है। 

नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि जल के घोटालों की जांच करने के लिए मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल दिल्ली विधानसभा का दो दिवसीय सत्र बुलाएं और दिल्ली जल बोर्ड के घोटालों पर चर्चा कराएं, क्योंकि उनके ऊपर जो आरोप लगाए गए हैं वो तथ्यों के साथ हैं, इसलिए दिल्ली की जनता को वो साफ करें कि आखिर 26,000 करोड़ का जो घोटाला किया गया है, उन पैसों को किन-किन मदों में लगाया गया है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल की नियत यदि साफ है तो उन्हें इन पैसों का हिसाब देने में कोई ऐतराज नहीं होना चाहिए।

Thursday, January 21, 2021

निगम का 13000 करोड़ लेने के लिए भारतीय युवा मोर्चा, अनुसूचित जाति मोर्चा और ओबीसी मोर्चा ने दिल्ली भर में चलाया जन जागरण अभियान

 निगम का 13000 करोड़ लेने के लिए भारतीय युवा मोर्चा, अनुसूचित जाति मोर्चा और ओबीसी मोर्चा ने दिल्ली भर में चलाया जन जागरण अभियान


निगम की हड़ताल के लिए केजरीवाल सरकार जिम्मेदार है-हर्ष मल्होत्रा

नई दिल्ली, 20 जनवरी। दिल्ली भारतीय जनता युवा मोर्चा, अनुसूचित जाति मोर्चा और ओबीसी मोर्चा ने आज दिल्ली में 100 से अधिक जगहों पर दिल्ली सरकार द्वारा निगम के 13,000 करोड़ रुपये देने के लिए जन जागरण अभियान चलाया। दिल्ली के सभी प्रमुख स्थानों पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने हाथों में बैनर और तख्तियां लेकर अपना विरोध जताया। 


प्रदेश महामंत्री हर्ष मल्होत्रा ने कहा कि पिछले कई दिनों से दिल्ली की सोती हुई सरकार को जगाने का काम निगम के कर्मचारी और दिल्ली भाजपा कार्यकर्ता कर रहे हैं, लेकिन सरकार को उससे कोई फर्क नहीं पड़ रहा है क्योंकि अरविन्द केजरीवाल दिल्ली की जनता के पैसों से अपनी राजनीतिक बिसात बिछाने में व्यस्त हैं। निगम की हड़ताल की जिम्मेदार केजरीवाल सरकार है क्योंकि केजरीवाल निगम को पंगू बनाने की मंशा रखते हैं। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार निगम के सफाई कर्मचारी, बाल्मिकी समाज के लोग, नगर निगम के शिक्षक और स्वास्थ्य कर्मियों के पैसे देने की बजाय़ आम आदमी पार्टी के नेता उनको गालियां दे रहे हैं।




दिल्ली भाजपा द्वारा चलाए गए जन जागरण अभियान में भारतीय जनता युवा मोर्चा अध्यक्ष वासु रुखड़, अनुसूचित जाति मोर्चा अध्यक्ष भूपेन्द्र गोठवाल और ओबीसी मोर्चा अध्यक्ष संतोष पाल सहित प्रदेश, जिला और मंडल के पदाधिकारी मौजूद थे।

दिल्ली सरकार युवाओं की ज़िंदगी के साथ खिलवाड़ कर रही है-दिनेश प्रताप

नई आबकारी नीति के खिलाफ महिला मोर्चा ने मनीष सिसोदिया के निवास पर किया प्रदर्शन

दिल्ली सरकार युवाओं की ज़िंदगी के साथ खिलवाड़ कर रही है-दिनेश प्रताप

नई आबकारी नीति दिल्ली को पूरी तरह से खोखला करने के लिए बनाई गई है-योगिता सिंह

केजरीवाल सरकार दिल्ली को पानी की जगह शराब परोस रही है







नई दिल्ली, 20 जनवरी। दिल्ली भाजपा महिला मोर्चा की सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति के खिलाफ उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के घर के बाहर प्रचंड रोष प्रदर्शन करते हुए कई महिलाओं ने गिरफ्तारी दी। हिरासत में ली गई महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं को मंदिर मार्ग से पुलिस ने तीन घंटे बाद रिहा किया। प्रदर्शन में प्रदेश महामंत्री दिनेश प्रताप सिंह और प्रदेश मीडिया प्रमुख नवीन कुमार उपस्थित रहे।

प्रदेश महामंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि नई आबकारी नीति के पीछे केजरीवाल सरकार .युवाओं की ज़िंदगी से खिलवाड़ करना चाहती है और पैसा कमाने के चक्कर में दिल्ली को बर्बाद करने पर तुली है। शराब पीने पर जहां दिल्ली सरकार को रोक लगानी चाहिए वहीं उल्टा सरकार ही इसको और बढ़ावा दे रही है।

महिला मोर्चा की अध्यक्ष योगिता सिंह ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि केजरीवाल सरकार को नई आबकारी नीति का सबसे ज्यादा असर महिलाओं पर ही पड़ेगा। जब रात तीन बजे तक शराब की दुकाने खुलेंगी और 21 साल के उम्र में ही बेटा हो या बेटी को शराब पीने की छूट होगी तो परिवार कैसे बचेगा? उन्होंने कहा कि महिलाओं पर अत्याचार बढ़ेंगे और सड़क पर दुर्घटनाएं भी बढ़ेंगी। आबकारी मंत्री मनीष सिसोदिया को अपने ही बच्चों की तरफ देखकर ही नई आबकारी नीति बनानी चाहिए। क्या वे अपने बच्चों को इक्कीस साल की उम्र में शराब पिने की छूट देंगे?

प्रदेश मीडिया प्रभारी नवीन कुमार ने कहा कि केजरीवाल दिल्ली के नलों में पीने का साफ पानी तो मुहैया करा नहीं पाये, लेकिन उनकी सरकार हर चौराहे पर शराब का ठेका खोलना चाहती है। एक तरफ आम आदमी पार्टी महिलाओं की हितैषी बनने का ढ़ोंग करती है और दूसरी तरफ उनके उत्पीड़न की सेज सजा रही है। केजरीवाल सरकार नई आबकारी नीति को तुरंत वापस लें। प्रदर्शन में महिला मोर्चा नेता अरुणा रावत, श्यामबाला, मोनिका पंत, फुलवंत कौर, पुष्पा राजपूत, रेणू सिंह, जिलाध्यक्ष दीपिका जैन, सारिका गुप्ता, कुसुम तोमर, ज्योत्सना सोलंकी, शोभा शुक्ला, अनिता शर्मा सहित सैकड़ों महिला कार्यकर्ता मौजूद थी।

पुलकित सम्राट और इसाबेल कैफ के साथ 'सुस्वागतम खुशामदीद' में नजर आएंगे जमशेदपुर के प्रशांत सिंह

 पुलकित सम्राट और इसाबेल कैफ के साथ 'सुस्वागतम खुशामदीदमें नजर आएंगे जमशेदपुर के प्रशांत सिंह

अभिनेता पुलकित सम्राट और इसाबेल कैफ स्‍टारर हिंदी फिल्म 'सुस्वागतम खुशामदीदमें छोटे शहर जमशेदपुर के प्रशांत सिंह भी नजर आने वाले हैंजिन पर सबकी निगाहें हैं। इस फिल्‍म को धीरज कुमार डायरेक्‍ट करेंगेजो इससे पहले शरमन जोशी के साथ फिल्‍म काशी इन सर्च ऑफ गंगा’ बना चुके हैं। वे अब फिल्म 'सुस्वागतम खुशामदीदलेकर आ रहे हैं। यह दो ऐसे लोगों की कहानी हैजो प्यारदोस्ती और हमदर्दी का संदेश देने में यकीन करते हैं।



इस फिल्‍म की शूटिंग इन दिनों मुंबई में चल रही है। इसमें प्रशांतइनाम के किरदार में नजर आयेंगेजो अपने दोस्‍त सलमान के साथ हमेशा साये की तरह खड़े रहते हैं। प्रशांत इस फिल्‍म को लेकर एक्‍साइटेड हैं। इस बारे में उन्‍होंने बताया कि फिल्‍म की कहानी इसाबेल कैफ कैफ के इर्दगिर्द घूमती है। इसमें अमन (पुलकित) और उसका दोस्‍त एक तरफ है। सलमान और इनाम एक तरफ। पुलकित और इसाबेल कैफ कैफ एक दूसरे से प्‍यार करते हैंजबकि सलमान इसाबेल कैफ से। यह एक अनोखी फिल्‍म हैजो दर्शकों को नया एक्‍सपीरियंस देगी। यह एक रोमांटिक फिल्म हैजो सभी को हंसाते हुए एक सामाजिक संदेश देने की कोशिश करती नजर आएगी।

उन्‍होंने बताया कि फिल्म 'सुस्वागतम खुशामदीदके लिए प्रशांत को तीन – तीन ऑडिशन देने पड़े। तब जाकर उनका सलेक्‍शन इस फिल्‍म में हुआ। मैं खुद को सौभाग्‍यशाली मानता हूं कि मुझे पुलकित सम्राट और इसाबेल कैफ के साथ ब्रेक मिला। मेरे यहां तक पहुंचने में निशांत दयाल और गुरजीत सिंह का योगदान बहुत रहा है। इसलिए मैं उनका शुक्रगुजार हूं। उन्‍होंने कहा कि छोटे शहर से आने के बावजूद मैं कुछ मुकाम पाने की कोशिश कर रहा हूं। इसमें सबों का सहयोग चाहिए। मैं हमेशा अपने काम में फोक्‍स्‍ड रहता हूं और मैं यह कहना चाहता हूं कि बिना फोक्‍स्ड हुए कोई भी काम आसान नहीं होता है।

आपको बता दें कि प्रशांत सिंह जमशेदपुर से आते हैं और वे बीते 4 सालों से मुंबई में स्‍ट्रगल कर रहे हैं। उन्‍होंने एक कन्‍नड़ फिल्‍म भी की हैजो कोविड की वजह से रिलीज नहीं हो पायी थी। लेकिन अब वह फिल्‍म भी रिलीज को तैयार है। इसके अलावा वे चार – पांच म्‍यूजिक वीडियो भी कर चुके हैं। प्रशांत रायटर भी हैंइस वजह से वे जल्‍द ही दो वेब सिरीज भी लेकर आने वाले हैं। इसमें एक जमशेदपुर की कहानी पर आधारित होगा। 

दिशान्तर थिएटर ग्रुप - नटरंग प्रतिष्ठान के संग्रहालय से ऑनलाइन प्रसारण की ‘रंग स्मरण’

 नटरंग प्रतिष्ठान के संग्रहालय से ऑनलाइन प्रसारण की रंग स्मरण’ (दिल्ली की रंग संस्थाओं के इतिहास पर केन्द्रित कार्यक्रम) श्रृंखला में अगली संस्था है दिशान्तर थिएटर ग्रुपजिसका प्रसारण आप कल यानि दिनांक 22 जनवरी 2021 (शुक्रवार)शाम बजे से देखेंगे।

 


जैसा कि आप जानते हैं नटरंग प्रतिष्ठान अपने सभी कार्यक्रमों को रंग विस्तार’ योजना के तहत हर हफ्ते एक नया कार्यक्रम यूट्यूब और फेसबुक पर प्रसारित कर रहा है।

 

 

सन 1967 में ओम शिवपुरी, सुधा शिवपुरी, रामगोपाल बजाज, मोहन महर्षि, वामदेव सिंहा तथा अंजला महर्षि आदि ने मिलकर दिशान्तर का गठन किया। दिशान्तर का प्रमुख उद्देश्य स्तरीय प्रस्तुतियों का नियमित मंचन करके रंगमंच के लिए दर्शकों को तैयार करना था।

कोरोना काल के योद्धा को सलाम

आज की दिल्ली, योगराज शर्मा।



“हमे सीमित निराशा को स्वीकार करना चाहिए, लेकिन असीमित आशा को कभी नहीं भूलना चाहिए।” मार्टिन लूथर किंग जूनियर की ये बातें कोरोना वायरस से लड़ते समय शायद बहुतों को याद नहीं आयी होंगी लेकिन कोरोना वॉरियर्स ने पूरी दुनिया में ये साबित किया कि हमें इस महामारी को अचानक से आयी बड़ी विपदा के रुप में नहीं देखना चाहिए। हमें इसे एक ऐसी चुनौती मानने की जरुरत है जिसे पार पाने के लिए कुछ अलग तरह से कोशिश करने होंगे। कमरकस कर लड़ने होंगे। जिसे हराने के लिए हार नहीं मानने वाले हौसले हमेशा साथ रखने होंगे। 

फ्रंट लाइन वॉरियर्स से लेकर कई ऐसे योद्धाओं ने इस महामारी से लड़ने में अपना योगदान दिया जिसका प्रभाव कईयों के जीवन पर पड़ा। वो सामने ना आते तो समस्या इतनी बड़ी बनी रहती जिसका सामना करना मुमकिन नजर नहीं आता।

भारत भर में संपूर्ण लॉकडाउन की घोषणा याद कीजिए। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने जब इसका ऐलान क्या किया, बाजारों में एक भगदड़ सी मचने लगी। लोगों को लगने लगा कि उनके जरुरत के सामान आज के बाद नहीं मिलने वाले। जिसे जितना बन पड़ा इकट्ठा करता गया। लेकिन उनका क्या जिनके पास इतने संसाधन नहीं कि वो महीने, दो महीने का सामान एक बार में जमा कर सकें। 

चुनौती और विपत्ति की इस घड़ी में वो नेकदिल लोग नायक नजर आए जिनके एक एक प्रयास ने हजारों को इस मुश्किल समय में बचाए रखा। सड़कों पर रहने वाले, अस्पतालों में ईलाज कराने वाले, प्रतिदिन की मजदूरी से अपना पेट पालने वाले को किसी के सहारे की जरुरत थी। 




रौशनी और चकाचौंध से भरे दिल्ली जैसे महानगर में जब चारों ओर अंधेरा सा छाया नजर आने लगा तब श्री मनोज के जैन ने लॉकडाउन में भी घर में लॉक रहने की बजाए, बिना डरे, कोविड-19 जैसी महामारी से संक्रमित हो जाने का खतरा मोलते हुए घर से बाहर निकले और लोगों के पेट भरने का काम करने लगे। लेकिन ये लड़ाई सिर्फ पेट भरने की नहीं थी। लोगों में छाई निराशा, डूबती उम्मीदें, ध्वनि जैसी तेज गति से पांव पसारता कोरोना, कई मोर्चों पर बहुत कुछ करने की जरूरत थी। आइए आपको कोरोना वॉरियर मनोज जैन के एक एक प्रयास को विस्तार से बताते हैं। “संपूर्ण बंदी की घोषणा हुई तो मैंने देखा कि लोगों को अस्पतालों के बाहर खाने और पीने की सुविधा नहीं मिल रही है। निराश और मुर्झाए चेहरे देख कर मुझसे रहा नहीं गया। मैंने खुद के पैसे से ही सबसे पहले LNJP अस्पताल के बाहर करीब तीन सौ लोगों के खाने पीने की सुविधा की शुरुआत की और इसके साथ ही कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई में मैं कूद पड़ा,” उत्साह और आशा से भरे मनोज जैन ने कहा। खाने की क्वालिटी और बेहतर हो इसलिए मनोज जी शुद्ध खाने के लिए मशहूर फूडचेन ‘बिकानेर’ वालों के साथ भी जुड़े। फिर क्या था रुखा-सूखा खिलाने की बजाये उन्होंने लोगों को स्वाद के साथ सेहतमंद खाना खिलाना शुरु कर दिया।  

इस कार्य की शुरुआत में ही उन्होंने मन बना लिया था कि जब तक संभव हुआ लोगों को खाना खिलाते रहेंगे। नेताजी सुभाष मार्ग पर भोजन के पैकेट को बांटने का कार्य प्रतिदिन संपन्न किया जाता था। जिसमें करीब 1000 पैकेट सुबह के समय और करीब 300 पैकेट शाम के समय लोगों के बीच बांटे जाते थे। 

तीन सौ लोगों से बढ़ाकर 1000-1500 भूखे लोगों को पेट भरने का काम करना मनोज जी और उनकी टीम पूरे सिद्दत से करती रही। लेकिन जब लॉ एण्ड ऑर्डर के प्रबंधन में दिक्कत आने लगी, तब दिल्ली पुलिस और वहाँ के स्थानीय RWA के निवेदन करने पर करीब डेढ़ महीने बाद इस परोपकार के कार्य को स्थगित करना पड़ा।  

लेकिन मनोज जी यहीं नहीं रुके। महामारी ने आम जीवन को अस्त-व्यस्त किया तो उसे ठीक करने में मनोज जी की भागेदारी और बढ़ चढ़ कर नजर आने लगी। इसी का नतीजा है कि उन्होंने ना सिर्फ लोगों के भोजन की व्यवस्था की, उन्होंने करीब तीन लाख मास्क और बीस हजार सैनिटाइजर की बोतलें भी बांटी। 

ऐसा करने की प्रेरणा कहाँ से मिली और धन कैसे जुटाए इस सवाल पर मनोज जी कहते हैं, “व्यक्ति जब तक व्यक्तिगत चिन्ताओ के दायरे से ऊपर उठकर पूरी मानवता की वृहद चिंताओं के बारे में नहीं सोचता तब तक उसने जिंदगी जीना ही शुरू नहीं किया है।” 

महामारी के कारण जब कारोबार ठप होते जा रहे थे, लोगों की नौकरियाँ छीन रही थीं, व्यवसाय पर प्रतिकूल असर दिखने लगा था, अर्थव्यस्था चरमरायी सी नजर आ रही थी, ऐसे में अपनी जेब से औरों के भले के लिए लड़ना तथा दूसरों को भी साथ में जोड़ने की कला कोई मनोज जी से सीखे। 

वो कहते हैं कि जीवन में जब दौड़ना मुश्किल लगने लगे तो चलते रहने की कोशिश करनी चाहिए, जब चलना चुनौतीपूर्ण हो जाए तो रेंगने की कोशिश करनी चाहिए, लेकिन स्थिर रहना ठीक नहीं। हमें लगातार आगे बढ़ते रहना चाहिए और दूसरों में ऊर्जा भरते रहना चाहिए। निराशा से घिरे कोविड काल में मनोज जी लगातार यही करते रहे। जब हाथ धोने, मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने में भी लोग कतरा रहे थे तब उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए जागरुकता के अभियान को फ्रंट से लीड किया।कविता कहानियों के माध्यम से वो सोशल मीडिया में तरह तरह के संदेश देते रहे और WMD यानी कि वाश-Wash, मास्क-Mask डिस्टेंस-Distance का पाठ पढ़ाते रहे। महामारी के खिलाफ लड़ाई में कभी वो मास्क वॉरियर बन जाते तो कभी सोशल डिस्टेंसिंग के फायदे की बात बताते। जिस महामारी के खिलाफ दुनिया भर मे लोगों ने घुटने टेके, जहाँ यूरोपियन देशों ने भी हार मान ली, वहीं भारतवर्ष में मनोज जी जैसे योद्धाओं के अथक प्रयासों ने हजारों लोगों में जीवन की उम्मीद बनाए रखी। 

लोगों को जागरुक करने की कोशिश करने के साथ, लोगों के रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाने की भी उन्होंने भरपूर कोशिश की। अर्सेनिक एल्बम-30 की दवा कोविड के खिलाफ जंग में जब कारगार होती दिखी तो उन्होंने इस दवा की हजारों बोतलें मुफ्त में बांटी। 

“कोविड से बचने के लिए सेफ्टी मेजर्स का पालन करना तो जरुरी था, साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना भी उतना ही जरुरी था। इसलिए जैसे ही चिकित्सकों ने इस दवा के जरिए हमारे एम्यूनिटी में सुधार की बात कही हम इसको नि:शुल्क बांटने का बीडा उठा लिये”, मनोज के जैन ने कहा। 

एम्यूनिटी को सुरक्षित और मजूबत बनाए रखने के लिए उनकी संस्था ने ‘अनार रस’ नाम के काढ़ा के पैकेट भी तैयार करवाए। इसमें घर की रसोई में मिलने वाली गुणकारी चीजों से लेकर जरूरी आयुर्वेदिक सामानों का इस्तेमाल किया गया था जिसे लोगों ने बहुत पसंद किया।

नयू नॉर्मल में हमारा व्यवहार कैसा हो और हम कैसे खुद को और दूसरों को बचाए इसके लिए सहयोग दिल्ली, राजधानी के लोगों का खूब सहयोग करती नजर आयी। जब उनकी टीम ने इसी काम को सोशल मीडिया के जरिए करना चाहा तो इससे राजधानी क्षेत्र से बाहर केलोगोें को भी इसका फायदा मिला। 

 ‘मास्क नहीं तो टोकेंगे, कोरोना को हम रोकेंगे’, ‘बदलकर अपना व्यवहार करें कोरोना पर वार’ जैसे स्लोग्नस को क्रिएटिवली यूज कर के वो और उनकी टीम जनमानस को जागरुक करने का काम करती रही।अगर मनोज जी कोरोना योद्धा की तरह अलग अलग तरीके से लड़ते रहे तो उनके इस कार्य से सरकारी और गैर सरकारी संस्थाएं प्रेरणा लेती रहीं और सराहती रहीं। उन्हें किसी ने कोरोना वॉरियर का सर्टिफिकेट दिया तो किसी ने कोरोना योद्धा का सम्मान। लेकिन सामाजिक कार्यों को अपना लक्ष्य बना चुके मनोज जी को कभी किसी सम्मान की चाहत नहीं रही। उनकी इच्छाएं लोगों के जीवन में जिंदादिली और जीने के हौसले को भरना है और इसके लिए वो अथक प्रयास करने का प्रण ले चुके हैं।

Tuesday, January 19, 2021

कुर्सी मिलने के बाद वाल्मिकी समाज की अहमियत को भूल गए हैं केजरीवाल-हंसराज हंस

 कुर्सी मिलने के बाद वाल्मिकी समाज की अहमियत को भूल गए हैं केजरीवाल-हंसराज हंस



किसी भी सूरत में वाल्मिकी समाज के साथ हो रहे अन्याय को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा-हंसराज हंस

केजरीवाल सरकार निगम का पैसा देने की प्रक्रिया को लंबा खींचने में लगी है-हर्ष मल्होत्रा
 
नई दिल्ली, 19 जनवरी। प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के सांसद हंसराज हंस ने वाल्मिकी समाज के साथ हो रहे अन्याय पर केजरीवाल सरकार को जमकर लताड़ लगाई है। उन्होंने केजरीवाल को याद दिलाया कि जिस कोरोना काल में आप पूरी तरह से गायब रहे, उस वक्त यही वाल्मिकी समाज के लोग घर का कचड़ा उठाकर यह सुनिश्चित कर रहे थे कि दिल्ली साफ रहे। प्रेस वार्ता के दौरान प्रदेश महामंत्री हर्ष मल्होत्रा और मीडिया प्रमुख नवीन कुमार मौजूद थे। 


हंसराज हंस ने कहा कि पिछले कई दिनों से जिस प्रकार दिल्ली सरकार वाल्मिकी समाज के लोगों को धोखा दे रही है और अपमानित कर रही है, वह जगजाहिर है। उन्होंने कहा कि यह समझने की जरुरत है कि सुबह अपने बच्चों को घर पर सोता छोड़ सफाई कर्मचारी दूसरों के घर में कूड़ा उठाने आते हैं, लेकिन सरकार सफाई कर्मचारियों और कोरोना योद्धाओं का मासिक वेतन भी नहीं दे रही है। आम आदमी पार्टी की सरकार ने जिन पैसों को संवैधानिक तौर पर निगमों को देने के लिए दिल्ली विधानसभा में पारित किया था यानि 13,000 करोड़ रुपये भी अभी तक नहीं दिय़ा। बीजेपी सांसद हंसराज हंस ने कहा कि केजरीवाल सरकार के मंत्री जो घोषणा करते हैं वो पूरी नहीं करते। आखिर केजरीवाल सरकार को हमारे समाज से इतनी नफरत क्यों है? वाल्मिकी समाज को बार-बार हाथ में कटोरा लेकर भीख मांगते हुए आम आदमी पार्टी क्यों देखना चाहती है?

प्रदेश महामंत्री हर्ष मल्होत्रा ने केजरीवाल से सवाल पूछा कि आखिर निगम का पैसा कब मिलेगा? केजरीवाल सरकार इस प्रक्रिया को लंबा खींचने में क्यों लगी है। तीनों निगमों की एक माह की सेलरी लगभग 650 करोड़ रुपये है, लेकिन केजरीवाल सरकार ने पिछले चार महीने से एक भी पैसा निगम कर्मियों को नहीं दिया। यहां तक कि 14 जनवरी को दिल्ली सरकार ने निगम को 938 करोड़ रुपये देने की बात कही थी लेकिन अभी तक एक भी रुपया दिल्ली सरकार द्वारा नहीं दिया गया है।

MAYOR CALLS A HIGH LEVEL MEETING OF MUNICIPAL FUNCTIONARIES TO DISCUSS SALARY ISSUE OF THE SANITATION STAFF

 MAYOR CALLS A HIGH LEVEL MEETING OF MUNICIPAL FUNCTIONARIES TO DISCUSS SALARY ISSUE OF THE SANITATION STAFF




            North Delhi Mayor, Mr. Jai Prakash  today convened a high level meeting of the senior Corporation functionaries to discuss salary issue of the sanitation staff which was attended by Chairman Standing Committee, Mr. Chhail Bihari Goswami; Leader of the House, Mr. Yogesh Verma; Dy. Chairman Standing Committee, Mr. Vijendra Yadav; DEMS Committee, Chairman, Mr. Surjeet Thakur, Narela Ward Committee Chairman, Mr. Jayender Dabas, Keshavpuram Ward Committee Chairman, Mr. Jogi Ram Jain, Karol Bagh Ward Committee Chairman, Mr. Tejram Four, Rohini Ward Committee Chairman, Mr. Alok Verma, Municipal Commissioner, Mr. Gyanesh Bharti Addl. Cmrs. , Ms. Swati Sharma, Mr. Sandip Jacques and Mr. Sunil Bhadu and other senior officials were also present.

            During the meeting Mayor discussed all the issue pertains to the Sanitation workers. He said that were are trying very hard to full fill all the demands of the sanitation workers in a phase manner. 

The financial situation was discussed at length.  It was desired that the revenue generation be further intensified and all due recoveries be given due care. The defaulters be given opportunity to pay their dues in due time. Mayor, Mr. Jai Prakash appealed the striking staff to resume their duties as they are trying arrange for the finances to pay the due salaries. He said that the salary will be disbursed as per the availability of funds Group wise. He hoped that permanent solution to the situation will certainly come.


अरविन्द सरकार ने पिछले 7 वर्षों में दिल्लीवासियों को स्वच्छ जल उपलब्ध कराने के नाम पर केवल गुमराह किया है।- अरविन्द सरकार ने भ्रष्टाचार करके जलबोर्ड को घाटे में पहुॅचाया है- कांग्रेस

 अरविन्द सरकार ने पिछले वर्षों में दिल्लीवासियों को स्वच्छ जल उपलब्ध कराने के नाम पर केवल गुमराह किया है।- अरविन्द सरकार ने भ्रष्टाचार करके जलबोर्ड को घाटे में पहुॅचाया है- कांग्रेस


दिल्ली के लगभग आधे गांवों में ही सीवर पड़ा हैबाकि गांवों का सीवेज सीधा यमुना में जाता है। कांग्रेस





अरविन्द सरकार ने यमुना सफाई के नाम पर हजारों करोड़ रुपये भ्रष्टाचार की भेट चढाऐ-यमुना आज भी भीषण प्रदूषित है- अनिल भारद्वाज


नई दिल्ली, 19 जनवरी, 2021 - दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय मे आयोजित संवाददाता सम्मेलन को मुख्यमंत्री के पूर्व संसदीय सचिव एवं पूर्व विधायक श्री अनिल भारद्वाजदिल्ली बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष चौमतीन अहमद और पूर्व विधायक श्री विजय सिंह लोचव ने दिल्ली की अरविन्द सरकार पर आरोप लगाया कि पिछले वर्षों में दिल्लीवासियों को स्वच्छ जल उपलब्ध कराने के नाम पर गुमराह किया है। उन्होंने कहा कि अरविन्द सरकार ने पर्यावरण सुधारने के लिए कुछ नही कियाकरोड़ो रुपये यमुना सफाई के नाम पर खर्च किएदिल्ली जल बोर्ड घाटे में पहुॅचा दियाइसकी सीबीआई जांच की जानी चाहिए।


श्री अनिल भारद्वाज ने कहा कि यह दिल्ली की अरविन्द सरकार के लिए शर्म की बात है सुप्रीम कोर्ट को यमुना में अत्यधिक अमोनिया की मात्रा के कारण प्रदूषित पानी के कारण दोबारा संज्ञान लेना पड़ायमुना का पानी इतना प्रदूषित है जो संयत्रित भी नही किया जा सकता। उन्होंने कहा कि अरविन्द सरकार यमुना के प्रदूषित जल को संशोधित करने की बजाय केन्द्र सरकारहरियाणा सरकार और भाजपा शासित दिल्ली नगर निगम पर आरोप लगा रहे है। श्री भारद्वाज ने कहा कि आज सुप्रीम कोर्ट ने एन.जी.टी. को निर्देश दिए है कि यमुना की देखरेख के लिए एक कमेटी गठित की जाए जबकि इससे पहले भी एनजीटी के निर्देशों पर सरकारों ने संवेदनशीलता नही दिखाई है।


श्री अनिल भारद्वाज ने कहा कि यमुना के जल में अमोनिया की मात्रा नार्मल 0.5-0.75 से लेकर पीपीएम वाटर ट्रीटमेंन्ट के बाद उसे पीने योग्य बनाया जा सकता है परंतु आज यमुना जल अमोनिया की मात्रा 10-12 पीपीएम जिसे भविष्य में यमुना जल को संशोधित करने के लिए टेक्नोलॉजी को वाटर ट्रीटमेंट करने की योजना हैवह संयत्र भी यमुना जल को संशोधित नही कर सकतेइनके लिए पूरी तरह से मुख्यमंत्री अरविन्द के आधीन दिल्ली जल बोर्ड जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि जल में अमोनिया की इतनी अधिक मात्रा के कारण कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के लिए खतरा हो सकता है।

 

श्री अनिल भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली में जल प्रदूषित होने कारण सुप्रीम कोर्ट ने 11 जनवरी 2020 को स्वयं संज्ञान लिया और एनजीटी को कार्यवाही के लिए भी कहापरंतु एनजीटी के तमाम आदेशों के बावजूद भी सरकारें सोई हुई है।  दिल्ली सरकार ने स्वयं के अध्ययन में यह पाया है कि वर्ष 2020 में 33 दिन अमोनिया का स्तर उच्चतम मानक से अधिक रहा जिसके कारण ओखलाचंद्रवाल व वजीराबाद प्लांट जो दिल्ली की एक तिहाई सप्लाई के कारक हैपूर्णतः प्रभावित हुई।  उन्होंने कहा कि भाजपा शासित दिल्ली नगर निगम और दिल्ली की अरविन्द सरकार दिल्ली में 56 एसटीपी योजना के जमीन की उपलब्धता को लेकर नूराकुश्ती कर रहे है, 1739 अनाधिकृत कॉलोनियों में से मात्र 434 कॉलोनियों में ही सीवर लाईन बिछी है। भाजपा और आम आदमी पार्टी जिम्मेदारी निभाने की बजाय एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं।


श्री अनिल भारद्वाज ने कहा कि कांग्रेस के शासन में दिल्ली जल बोर्ड फायदे में चल रहा था और अरविन्द केजरीवाल टैंकर माफिया के आरोप लगाते थे परंतु आज पिछले तीन बार से शासित अरविन्द के नेतृत्व में दिल्ली जल बोर्ड घाटे में चल रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की शीला सरकार के 15 वर्षों के दौरान 1998-99 के 284 एमजीडी सीवेज ट्रीटमेंट क्षमता को 2012-2013 में दुगना करके 545 एमजीडी किया।


पूर्व विधायक चौमतीन अहमद ने कहा कि वजीराबाद से ओखला के बीच यमुना का कुल 75 प्रतिशत जल प्रदूषित होता हैपानी में आक्सीजन की बेहद कमी से यमुना में मछलियां जीवित नही रह सकती। उन्होंने कहा कि यमुना को दूषित करने में 96 प्रतिशत योगदान दिल्ली के नालों का है जिनमें सीवेजऔद्योगिक वेस्ट और सोलिड वेस्ट सीधा आता है। उन्होंने कहा कि नवम्बर 2020 में सीपीसीबी ने 22 नालों की मानिटरिंग कराई जिनमें 14 नाले खुले पाए गए और सब-ड्रेनों का 140 एमजीडी जलमल अभी तक इन्टरसेप्टेड नही रहा है।


चौमतीन अहमद ने कहा कि दिल्ली में 744 एमजीडी सीवेज उत्पन्न होता है जिसमें मात्र 500 एमजीडी सीवेज ही ट्रीट होता है बाकी सीवेज सीधा यमुना में जाता हैजो यमुना को प्रदूषित करने में मुख्यतः सहायक है। उन्होंने कहा कि अरविन्द केजरीवाल सरकार ने पिछले वर्षों में एसटीपी क्षमता बढ़ाने की दिशा में कोई काम नही किया जबकि 2015 और 2020 के चुनाव घोषणा पत्रों में दिल्ली की जनता से बड़े-बड़े वायदे किए थे। चौमतीन ने कहा कि 2019-20 के जल बोर्ड बजट के हिसाब से आज जल बोर्ड 3828.21 करोड़ घाटे में है। उन्होंने कहा कि जल बोर्ड को अरविन्द केजरीवाल ने घाटे में पहुचाया हैजिसका मुख्य कारण भ्रष्टाचार है।


पूर्व विधायक श्री विजय लोचव ने कहा कि वर्तमान में जल संयत्र से करीब 500 एमजीडी पानी को साफ करके नालों डाला जाता है जिसका केवल 20 प्रतिशत ही उपयोग हो रहा है। उन्होंने कहा कि शोधित जल का इस्तेमाल निर्माण कार्यछिड़कावफसलों की सिंचाई व पार्कों के लिए किया जा सकता हैजिससे पीने के पानी की डिमांड सप्लाई को के अंतर को कम किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस पानी का इस्तेमाल दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के 69 एकड़ में बने 132 में किया जा सकता है जबकि इनके पास 6822 पार्क है। पूर्वी दिल्ली के 444 पार्क में और उत्तरी दिल्ली के 401 पार्कों के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है जबकि पूर्वी दिल्ली के 1338 पार्क हैं और उत्तरी दिल्ली के 640 पार्क है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के लगभग 50 प्रतिशत शहरीकृत गांवों में ही सीवर पड़ा हैबाकि गांवों का सीवेज सीधा यमुना में जाता है।